Bhav Vachya
भाव वाच्य की परिभाषा (Bhav Vachya Ki Paribhasha)
यदि किसी वाक्य में प्रयुक्त क्रिया के लिंग एवं वचन में होने वाला परिवर्तन कर्ता एवं कर्म दोनों ही के अनुसार नहीं हो, बल्कि भाव के अनुसार हो तो उस वाक्य में प्रयुक्त वाच्य को भाव वाच्य कहते हैं। भाववाच्य के वाक्यों में क्रिया सदैव पुल्लिंग एकवचन अन्यपुरुष अकर्मक क्रिया की होती है। अतः यदि किसी वाक्य में प्रयुक्त क्रिया स्त्रीलिंग हो तो उस वाक्य में भाव वाच्य कभी नहीं होगा।
भाव वाच्य (Bhav Vachya) के वाक्यों में कर्ता करण कारक (‘से’ या ‘के द्वारा’ विभक्ति सहित) में तथा क्रिया सदैव अकर्मक क्रिया होती है।
भाव वाच्य (Bhav Vachya) के वाक्यों में असमर्थता का भाव होता है, लेकिन यह आवश्यक शर्त नहीं है। ऐसे बहुत से वाक्य हो सकते हैं जिनमें असमर्थता का भाव नहीं होता और उन वाक्यों में भाव वाच्य होता है।
यदि किसी वाक्य में कर्ता के साथ कर्ता कारक चिह्न ‘ने’ का प्रयोग हुआ हो और वाक्य में प्रयुक्त कर्म के साथ कर्म कारक चिह्न ‘को’ जुड़ा हुआ हो तो इस स्थिति में वाक्य की क्रिया के लिंग और वचन में कोई परिवर्तन नहीं होता है। अतः ऐसे वाक्यों में भाव वाच्य होगा।
जैसे:-
- राम ने सीता को बुलाया।
- सीता ने राम को बुलाया।
- राम ने रावण को मारा।
भाव वाच्य के उदाहरण (Bhav Vachya Ke Udaharan)
- रमेश से दौड़ा नहीं जाता है।
- बालक से रोया नहीं गया।
- चिड़िया से उड़ा नहीं जाता है।
- उससे अब चला नहीं जायेगा।
- बच्चे से भागा नहीं गया।
- राम से पढ़ा नहीं जाता।
- राधा से चला जाता है।
कर्तृ वाच्य से भाव वाच्य बनाना
कर्तृ वाच्य में क्रिया के लिंग और वचन में परिवर्तन कर्ता के अनुसार होता है, जबकि भाव वाच्य में क्रिया कर्ता और कर्म दोनों के अनुसार ही परिवर्तित नहीं होती है। अतः कर्तृ वाच्य के वाक्य को भाव वाच्य के वाक्य में बदलते समय कर्ता को करण कारक में लिखकर वाक्य को अकर्मक क्रिया में लिखा जाता है।
क्र. | कर्तृ वाच्य | भाव वाच्य |
01. | मैं अब चल नहीं पाता। | मुझ से अब चला नहीं जाता। |
02. | गर्मियों में लोग ख़ूब नहाते हैं। | गर्मियों में ख़ूब नहाया जाता है। |
03. | वे गा नहीं सकते। | उनसे गाया नहीं जा सकता। |
FAQs
भाववाच्य की क्या पहचान है?
भाव वाच्य की पहचान यह है की भाव वाच्य में क्रिया सदैव पुंल्लिंग एकवचन और अकर्मक क्रिया होती है। अतः जिस वाक्य में यह पहचान मिले उस वाक्य में भाव वाच्य होगा।
भाव वाच्य में कौन सी क्रिया होती है?
भाव वाच्य में क्रिया सदैव अकर्मक क्रिया होती है।
सदैव अकर्मक क्रिया कौन से वाच्य में होती है?
सदैव अकर्मक क्रिया भाव वाच्य में होती है.
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