Sajatiya Kriya | सजातीय क्रिया
यदि किसी वाक्य में प्रयुक्त कर्म और क्रिया पद एक ही धातु से बने हों तो उसे सजातीय क्रिया (Sajatiya Kriya) कहते हैं। सजातीय क्रिया (Sajatiya Kriya) में प्रयुक्त कर्म को ‘सजातीय कर्म’ तथा प्रयुक्त क्रिया को ‘सजातीय क्रिया’ कहते हैं।
दरअसल, किसी भी वाक्य में कर्ता, कर्म और क्रिया होते हैं, जहाँ कर्ता एवं कर्म संज्ञा अथवा सर्वनाम शब्द होते हैं और क्रिया किसी भी धातु से बनी होती है।सजातीय क्रिया (Sajatiya Kriya) में वाक्य का कर्म संज्ञा अथवा सर्वनाम शब्द न होकर किसी धातु से बना होता है। इस क्रिया में वाक्य का कर्म और क्रिया एक ही धातु से बने होते हैं।
सजातीय क्रिया के उदाहरण
- मोहन ने पढ़ाई पढ़ी।
- भारतीय सेना ने लड़ाई लड़ी।
- सिपाही ने चोर को बड़ी मार मारी।
- लड़की अच्छी चाल चलती है।
- बच्चे खेल खेल रहे हैं।
- वे अनोखी बोली बोलते हैं।
- भारतीय सेना ने लड़ाई लड़ी।
उपरोक्त वाक्य में वाक्य का कर्म ‘लड़ाई’ है जो कि ‘लड़’ धातु से बना है। इस वाक्य में प्रयुक्त क्रिया ‘लड़ी’ है, जो कि ‘लड़’ धातु से ही बनी है। अतः उपरोक्त वाक्य में प्रयुक्त कर्म और क्रिया एक ही धातु से बने हैं।
सजातीय क्रिया की परिभाषा से हम जानते हैं कि “यदि किसी वाक्य में प्रयुक्त कर्म और क्रिया पद एक ही धातु से बने हों तो उसे सजातीय क्रिया कहते हैं।” अतः उपरोक्त वाक्य सजातीय क्रिया (Sajatiya Kriya) का उदाहरण होगा।
- रवि ने चाल चली।
उपरोक्त वाक्य में वाक्य का कर्म ‘चाल’ है जो कि ‘चल’ धातु से बना है। इस वाक्य में प्रयुक्त क्रिया ‘चली’ है, जो कि ‘चल’ धातु से ही बनी है। अतः उपरोक्त वाक्य में प्रयुक्त कर्म और क्रिया एक ही धातु से बने हैं।
सजातीय क्रिया (Sajatiya Kriya) की परिभाषा से हम जानते हैं कि “यदि किसी वाक्य में प्रयुक्त कर्म और क्रिया पद एक ही धातु से बने हों तो उसे सजातीय क्रिया कहते हैं।” अतः उपरोक्त वाक्य सजातीय क्रिया (Sajatiya Kriya) का उदाहरण होगा।
- यात्रियों ने चढ़ाई चढ़ी।
उपरोक्त वाक्य में वाक्य का कर्म ‘चढ़ाई’ है जो कि ‘चढ़’ धातु से बना है। इस वाक्य में प्रयुक्त क्रिया ‘चढ़ी’ है, जो कि ‘चढ़’ धातु से ही बनी है। अतः उपरोक्त वाक्य में प्रयुक्त कर्म और क्रिया एक ही धातु से बने हैं।
सजातीय क्रिया (Sajatiya Kriya) की परिभाषा से हम जानते हैं कि “यदि किसी वाक्य में प्रयुक्त कर्म और क्रिया पद एक ही धातु से बने हों तो उसे सजातीय क्रिया कहते हैं।” अतः उपरोक्त वाक्य सजातीय क्रिया (Sajatiya Kriya) का उदाहरण होगा।
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